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Amazon ने 14,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला: टेक सेक्टर में छंटनी की नई लहर ने बढ़ाई चिंता

Amazon ने 14,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला: टेक सेक्टर में छंटनी की नई लहर ने बढ़ाई चिंता

SEO Title: Amazon कर्मचारियों की छंटनी 2025: 14,000 कर्मचारियों की नौकरी गई, कंपनी ने दी बड़ी सफाई
Meta Description: Amazon कर्मचारियों की छंटनी 2025 के तहत कंपनी ने 14,000 लोगों को निकाला है। जानिए क्यों हुआ यह फैसला और आगे क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
Date of Publication: 31 अक्टूबर 2025


परिचय

दुनिया की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी Amazon ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लेते हुए लगभग 14,000 कर्मचारियों की छंटनी (layoff) की है। यह कदम कंपनी की “लागत घटाने और संचालन दक्षता” की नई रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है। Amazon कर्मचारियों की छंटनी 2025 के इस फैसले से वैश्विक टेक उद्योग में फिर से अस्थिरता का माहौल पैदा हो गया है।


पृष्ठभूमि: छंटनी का बढ़ता सिलसिला और टेक सेक्टर की चुनौती

पिछले दो वर्षों से वैश्विक टेक सेक्टर लगातार आर्थिक दबावों और घटती मांग का सामना कर रहा है। Amazon कर्मचारियों की छंटनी 2025 से पहले भी कंपनी ने 2023 और 2024 में कई हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था।

कंपनी का कहना है कि यह निर्णय “दीर्घकालिक स्थिरता और मुनाफे को संतुलित करने” के लिए लिया गया है। हाल के महीनों में Google, Meta, Microsoft और TikTok जैसी कंपनियों ने भी लागत नियंत्रण के लिए कर्मचारियों की संख्या घटाई थी।

मुख्य कारण क्या हैं?

  1. ऑटोमेशन और एआई का बढ़ता उपयोग:
    Amazon अपने वेयरहाउस और कस्टमर सर्विस डिपार्टमेंट्स में तेजी से AI और ऑटोमेशन तकनीक अपना रहा है, जिससे मानव श्रम की आवश्यकता घट रही है।
  2. वैश्विक आर्थिक मंदी का दबाव:
    अमेरिका और यूरोप में मांग घटने से ई-कॉमर्स बिक्री में कमी आई है। इसके चलते कंपनी लागत घटाने के प्रयास कर रही है।
  3. निवेशकों का दबाव:
    Amazon के शेयरहोल्डर्स पिछले कई तिमाहियों से मुनाफे में स्थिरता की मांग कर रहे थे।

कंपनी का आधिकारिक बयान

Amazon के सीईओ एंडी जैसी (Andy Jassy) ने बयान जारी कर कहा कि—

“यह निर्णय लेना आसान नहीं था, लेकिन हमें यह कदम भविष्य की प्रतिस्पर्धा और कंपनी के दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए उठाना पड़ा। हम प्रभावित कर्मचारियों को उचित सेवरेंस पैकेज, मेडिकल सहायता और नई नौकरियों के लिए समर्थन प्रदान करेंगे।”

कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि यह छंटनी मुख्य रूप से Amazon Web Services (AWS), Prime Video, डिजिटल विज्ञापन, और लॉजिस्टिक्स विभागों में की गई है।


प्रभावित क्षेत्रों और देशों की सूची

सूत्रों के अनुसार, छंटनी से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र हैं:

संयुक्त राज्य अमेरिका (USA): लगभग 7,000 कर्मचारी

भारत: करीब 2,500 कर्मचारी

यूरोप और यूके: लगभग 3,000 कर्मचारी

दक्षिण एशिया और अन्य बाजार: शेष 1,500 कर्मचारी

भारत में Amazon के बेंगलुरु, हैदराबाद और गुरुग्राम कार्यालयों में कई मिड-लेवल और टेक्निकल पदों पर काम करने वाले कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है।


विश्लेषण: क्या यह छंटनी भविष्य की तैयारी है?

कई बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि Amazon कर्मचारियों की छंटनी 2025 केवल लागत घटाने की कवायद नहीं है, बल्कि यह कंपनी की एआई-ड्रिवन बिजनेस स्ट्रैटेजी का हिस्सा है।

आईटी इंडस्ट्री विश्लेषक संदीप मिश्रा कहते हैं:

“Amazon अब क्लाउड, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और लॉजिस्टिक्स ऑटोमेशन पर अधिक फोकस कर रहा है। इसका अर्थ है कि पारंपरिक नौकरियों की जगह धीरे-धीरे मशीनें और स्मार्ट एल्गोरिदम ले रहे हैं।”

इसके अलावा, महामारी के दौरान Amazon ने भारी मात्रा में स्टाफिंग की थी, जब ऑनलाइन शॉपिंग में रिकॉर्ड उछाल आया था। अब जब बाजार सामान्य हो गया है, तो उतने मानव संसाधनों की जरूरत नहीं रही।


कर्मचारियों की प्रतिक्रिया

छंटनी की खबर आने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म LinkedIn और X (Twitter) पर सैकड़ों पूर्व कर्मचारियों ने अपने अनुभव साझा किए। कई लोगों ने बताया कि उन्हें अचानक ईमेल के माध्यम से सूचित किया गया और कुछ को तो बिना किसी पूर्व सूचना के सिस्टम एक्सेस बंद कर दिया गया।

एक पूर्व कर्मचारी ने लिखा—

“हमने वर्षों तक कंपनी को बढ़ाने में योगदान दिया, लेकिन हमें बस एक ईमेल के ज़रिए बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।”

हालांकि Amazon ने कहा है कि सभी प्रभावित कर्मचारियों को औसतन 3 महीने का वेतन और अन्य वित्तीय सहायता दी जाएगी।


भारत में क्या असर पड़ेगा?

भारत में Amazon कर्मचारियों की छंटनी 2025 का असर ई-कॉमर्स और टेक उद्योग दोनों पर देखा जा सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इससे देश में टेक जॉब मार्केट अस्थायी रूप से प्रभावित हो सकता है।
हालांकि, Amazon ने यह स्पष्ट किया है कि भारत उसका “रणनीतिक विकास केंद्र” बना रहेगा और आने वाले महीनों में कंपनी नए निवेशों की घोषणा कर सकती है।

सरकार की डिजिटल इंडिया नीति और स्थानीय रोजगार कार्यक्रमों के चलते, कुछ विशेषज्ञों को उम्मीद है कि छंटनी के बाद भी भारत में वैकल्पिक टेक अवसर बढ़ेंगे।


वैश्विक प्रभाव और निवेशकों की प्रतिक्रिया

छंटनी की घोषणा के बाद Amazon के शेयरों में शुरुआती गिरावट देखने को मिली, लेकिन कंपनी के अगले तिमाही परिणामों की उम्मीद में बाज़ार ने स्थिरता दिखानी शुरू कर दी।

अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अगर Amazon अगले छह महीनों में अपने परिचालन खर्च को 5–7% तक घटा लेता है, तो यह छंटनी कंपनी के लिए अल्पकालिक रूप से लाभदायक साबित हो सकती है।


निष्कर्ष: टेक सेक्टर में नई दिशा या चेतावनी?

Amazon कर्मचारियों की छंटनी 2025 केवल एक कंपनी की कहानी नहीं, बल्कि पूरी टेक इंडस्ट्री के बदलते स्वरूप की झलक है।
जहां एक ओर कंपनियां एआई और ऑटोमेशन से अपनी कार्यक्षमता बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर लाखों कर्मचारियों के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लग रहा है।

यह समय न केवल कंपनियों, बल्कि सरकारों और नीति-निर्माताओं के लिए भी चुनौतीपूर्ण है — कि वे इस तेजी से बदलते रोजगार परिदृश्य में कैसे संतुलन बनाए रखें।

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